भरपूर शक्ति व् सुखमय : विवाहित जीवन प्राप्त करे | मर्दाना ताकत,जोश,स्टेमिना बढ़ाये | सैक्स सम्बन्धी सभी समस्याओं के सफल इलाज के लिए निःसंकोच परामर्श कर सही व् सफल इलाज ले |
OUR TREATMENTS
शारीरिक कमजोरी:
युवाओं की बदलती विचारधारा और सोच ने उन्हें अनेक तरह के मानसिक रोगों से ग्रस्त कर दिया है, उनका ध्यान अपने जीवन से लक्ष्य की बजाय काम वासना की पूर्ति पर अधिक रहने लगा है. जिस कारण उन्हें स्वप्नदोष, शीघ्रपतन और शारीरिक कमजोरी जैसे रोग घेर लेते है. ये कुछ ऐसी समस्यायें है जो मन की चेतना से नियंत्रण को खो देती है और मन अवचेतन की अवस्था में वासना के नीचे दब जाता है.
शुक्राणु की कमी (बांझपन ):
आजकल खराब जीवनशैली, कामकाज और घरेलु मानसिक तनाव के कारण पुरुषों में शुक्राणु कम होने यानि इनफर्टिलिटी की समस्या बढती जा रही है| आज के नवयुवक जल्दी संतान सुख पाना चाहते हैं लेकिन कुछ ऐसे पुरुष भी हैं जो सभी कोशिशों के बाद भी संतान सुख पाने से वंचित रह रहे हैं उसका छोटा सा कारण है पुरुष के वीर्य में शुक्राणु की संख्या कम होना| कुछ लोग चिंतित रहते हैं की पहले ज्यादा हस्तमैथुन और बुरी आदतों की वजह से क्या उन्हें आगे के शादी शुदा जीवन में कोई problem तो नहीं आएगी| ऐसे लोग घर पर शुक्राणु की संख्या जांचने के बारे में बहुत ही बेताब रहते हैं|
धात & VD:
धात गिरने को ही घातु रोग कहते है, धातु रोग का अर्थ होता है के व्यक्ति के वीर्य का मूत्र के साथ निकल जाना, इसे ही धात रोग कहते है! धातु के गिरने को शुक्र-मेह ( Dhatu girne ko Shukrameh bhi kahte hai) भी कहा जाता है!
ल्यूकोरिया :
सफेद पानी आना या श्वेत प्रदर रोग को मेडिकल भाषा में leucorrhoea यानि ल्यूकोरिया के नाम से जाना से जाना जाता है| ये सफेद, गढ़ा(thick) तरल पदार्थ अक्सर लड़कियों और महिलाओं की एक बहुत ही सामान्य समसाया होती है जिसे देख कर कभी कभी वो तनाव में भी रहने लगती हैं| कभी कभी ये white discharge पीलापन लिए हुए भी होता है| ऐसा अक्सर पीरियड और प्रेग्नेन्सी की आस पास होता है और ये प्राब्लम कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ़्तों (वीक्स) तक भी चल सकती है| इस कंडीशन में गुप्तांग पर खुजली, सूजन, inflammation, लालिमा होना भी एक आम बात है| इस प्राब्लम का पता चलने पर इसका इलाज होना ज़रूरी है क्योंकि ये आगे चल कर बड़ा रूप भी धारण कर सकती है|
स्तन सौन्दर्यकरण :
बहुत सी लड़कियों अपन स्तनों के आकार को लेकर बहुत चिंतित रहती हैं। आपके पास जो हैं उसे सोच के हमेशा खुश रहना चाहिए। आपके लिए आपका शरीर बहुत महत्वपूर्ण हैं यह हमेशा स्वस्थ्य और मजबूत रहने के साथ साथ आपको हमेशा आत्मविश्वास से पूर्ण और खुबसूरत भी दिखना चाहिए। अगर आप अपने स्तनों का आकर सच में बढ़ने चाहते हैं तो इसके लिए कई उपचार यहाँ दिए हुए हैं जो आजमाने में बहुत सरल और सुविधाजनक है.ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने के आसान तरीके इस प्रकार हैं,
बवासीर :
बवासीर या पाइल्स या (Hemorrhoid / पाइल्स या मूलव्याधि) एक ख़तरनाक बीमारी है। बवासीर 2 प्रकार की होती है। आम भाषा में इसको ख़ूँनी और बादी बवासीर के नाम से जाना जाता है। कही पर इसे महेशी के नाम से जाना जाता है।
1- खूनी बवासीर :- खूनी बवासीर में किसी प्रकार की तकलीफ नही होती है केवल खून आता है। पहले पखाने में लगके, फिर टपक के, फिर पिचकारी की तरह से सिफॅ खून आने लगता है। इसके अन्दर मस्सा होता है। जो कि अन्दर की तरफ होता है फिर बाद में बाहर आने लगता है। टट्टी के बाद अपने से अन्दर चला जाता है। पुराना होने पर बाहर आने पर हाथ से दबाने पर ही अन्दर जाता है। आखिरी स्टेज में हाथ से दबाने पर भी अन्दर नही जाता है।
2-बादी बवासीर :- बादी बवासीर रहने पर पेट खराब रहता है। कब्ज बना रहता है। गैस बनती है। बवासीर की वजह से पेट बराबर खराब रहता है। न कि पेट गड़बड़ की वजह से बवासीर होती है। इसमें जलन, दर्द, खुजली, शरीर मै बेचैनी, काम में मन न लगना इत्यादि। टट्टी कड़ी होने पर इसमें खून भी आ सकता है। इसमें मस्सा अन्दर होता है।
पेट गैस या कब्ज एसिडिटी:
कुछ लोगों के लिए कब्ज एक दैनिक मामला बन गया है।और, हम आम तौर पर इसे एक बीमारी मान लेते है ; जबकि यह एक लक्षण है। यदि सही समय पर इसका इलाज़ नहीं किया गया तो यह श्रोणि रोगों और पेट के विकारों में बदल सकता है । लेकिन हम अक्सर कब्ज को लापरवाही से लेते हैं।अनुचित काम का समय, आराम करने के लिए कम समय और बहुत अधिक जंक फूड का सेवन हमारे शरीर को नुकसान पहुचाता है जिसे कि हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते है ।
समस्त गुप्त समस्याएं:
जिस आनन्द की आदत युवा अथवा बाल्यावस्था की भूल से हो जाती है, उसके फलस्वरूप वे गुप्त रोगों से ग्रस्त हो जातें हैं | अधिकाँश गुप्त रोगों के शुरूवात 14 से 18 वर्ष की उम्र में हो जाता है | दुराचारी जनों के सम्पर्क में, जो लोग अश्लील बातों को करके, सम्भोग के आनन्द का सविस्तार वर्णन रोचक शब्दों में करतें है, निकट बैठाकर भोले भाले बच्चों को इस आनन्द की अनुभूति कराते है |विवाह होने पर वह पुरुष स्त्री से मैथुन भी नहीं कर पाता है | लिंग में साधारण उत्तेजना होती भी है, तो स्त्री के योनि में डालते ही पानी जैसा क्ष्राव हो जाता है (This Is Called Premarure Ejaculation or Shigrapatan) और व हताश होकर अपने लिंग को बाहर निकाल लेता है | इसके बाद वह इस सम्बन्ध में काफी प्रयास करता है, किन्तु वह न तो खुद यौन सुख का आनन्द पाता है और न ही अपनी पत्नी को सुख दे पाता है |